Friday, November 16, 2012

एक था टाइगर


फिल्म समीक्षा

प्यार में एक था टाइगर

धीरेन्द्र अस्थाना

सौ करोड़ कमाई वाले क्लब की एक और फिल्म। यशराज कैंप में घुस कर एक सुपरहिट देने के बाद सलमान खान ने साबित कर दिया कि कमाई और दर्शकों के मामले में वह किसी भी स्टार के किले में सेंध लगा सकते हैं। आलोचकों की समस्या बढ़ाने वाली फिल्म है। क्योंकि तमाम घटनायें और प्रसंग अविसनीय हैं, लेकिन मनोरंज के स्तर पर इतनी जोरदार है कि दर्शक सांस रोककर देखते हैं। नयी नयी लुभावनी विदेशी लोकेशंस हैं। खतरनाक किस्म के और कुछ नयी तरह के एक्शन हैं। कैटरीना और सलमान की जोड़ी है। जासूसी के बैकटॉप पर प्यार में डूबी फिल्म है। वह भी दो दुश्मन देशों के जासूसों के बीच पनपे प्यार की। भले ही आप तारीफ न करें लेकिन निर्देशक कबीर खान ने अपनी तरफ से कुछ नया करने की कोशिश की है। यह दिखाकर कि प्यार की न कोई सीमा होती है, न मजहब, न मुल्क। यह थीम पहले भी दिखाई गयी है, मगर यहां प्यार इन दो जासूसों के बीच है। जो गुप्तचर एजेंसी रॉ (हिंदुस्तान) और आईएसआई (पाकिस्तान) के लिए काम करते हैं। फिल्म देखते समय एक पुरानी फिल्म का यह गाना बरबस याद आता है- दो जासूस करें, महसूस कि दुनिया बड़ी खराब है। तो होता यह है कि दोनों अपना-अपना फर्ज और वफादारी भूलकर भाग जाते हैं। सलमान के पास उसकी जासूसी वाली कमाई के 13 लाख रुपये हैं। सलमान और कैटरीना अपने अपने मुल्कों की जासूसी संस्थाओं को चकमा देकर पूरी दुनिया में छुपते फिर रहे हैं और लापता बने रहने की यह दौड़ अनंत है। केवल 23 लाख रुपये में यह कैसे संभव होगा। इस बात पर दिमाग न खपायें, क्योंकि सौ करोड़ कमाने वाले कई एक्टर घोषणा कर चुके हैं कि माइंडलेस फिल्में ही सौ करोड़ कमा सकती हैं। आज तो सलमान खान और कैटरीना के रोमांस और एक्शन की जुगलबंदी का मजा है। सलमान के पर्दे पर एंट्री लेते ही जिस तरह दर्शक झूमकर सीटियां बजाते हैं, उसे देखकर कोई भी एक्टर रश्क कर सकता है। बहुत समय के बाद रोशन सेठ को पर्दे पर देखना अच्छा लगता है। गाने पहले ही हिट हो चुके हैं, लेकिन इनमें वह बात नहीं है, जो सलमान पर फिल्माये बहुत सारे पुराने गानों में है। सलमान की फिल्म है, एक बार देखना तो बनता है भाई।

निर्देशक: कबीर खान 
कलाकर: सलमान खान, कैटरीन कैफ, गिरीश करनाड, रणवीर शौरी 
संगीत: साजिद- वाजिद, सोहेल सेन

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