Saturday, January 16, 2010

चांस पे डांस

फिल्म समीक्षा

हीरो बनने के चांस पे डांस

धीरेन्द्र अस्थाना

एक युवक दिल्ली, कोलकाता, पटना, भोपाल, आगरा, कानपुर लखनऊ, इंदौर या अमृतसर से हीरो बनने के लिए मुंबई आता है। मुंबई जैसे विराट, तेज रफ्तार और अजनबी महानगर में रहने, खाने, जीने और कुछ बन जाने का दम तोड़ और अनवरत स्ट्रगल करता है। जब वह पूरी तरह से थक कर टूटने को होता है तो किस्मत मेहरबान होकर उसे एक चांस देती है। खुद को साबित करने का इकलौता चांस। वह इस चांस में सफल हो जाता है। सफलता उसके कदम चूमती है और उसका हीरो बनने का मायावी सपना सच होकर उसे छूता है, खिलखिलाता है और मस्त-मस्त डांस करता है। हीरो बनने के इस स्ट्रगल पर कितनी फिल्में देख सकता है दर्शक! कम से कम दो दर्जन से ज्यादा फिल्में इस विषय पर नये-नये दृष्टिकोण और आयाम के साथ आ चुकी हैं। इसलिए निर्देशक केन घोष की फिल्म ‘चांस पे डांस‘ में विषय के लेकर कोई नयी बात नहीं है। माना कि विषय तो दस-बारह ही होते हैं लेकिन उन्हें कहने और फिल्माने का अंदाज तो कुछ अलग और अनूठा होना चाहिए न! तभी न दर्शक को एक नया आस्वाद मिल सकेगा। लेकिन ‘चांस पे डांस‘ हर मामले में एक साधारण फिल्म है। इस फिल्म की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह बेहद चुस्त दुरूस्त और कसी हुई फिल्म है। साधारण होने के बावजूद फिल्म शुरू से अंत तक दर्शकों को बांधे रखती है। ‘जब वी मेट‘ और ‘कमीने‘ जैसी अद्वितीय फिल्में दे चुके शाहिद कपूर को सोच-समझ कर फिल्मों का चुनाव करना होगा क्योंकि किसी फिल्म का सबसे बड़ा हीरो उसका कथा तत्व ही होता है। सिर्फ अभिनय के सहारे कोई भी बहुत दूर तक नहीं जा पाया है। हर बड़े सितारे की कामयाबी के पीछे एक नायाब कहानी भी टिमटिमा रही है। शाहिद का अभिनय अच्छा है। जेनेलिया डिसूजा ने भी सहज अभिनय किया है। दोनों की जोड़ी जमती है। लगता है एक डांसर के तौर पर शाहिद ने काफी मेहनत की है। फिल्म में उनके डांस वाले दृश्य आकर्षित करते हैं। सिनेमा के आसमान पर छा जाने का सपना देखने वाले लाखों युवक मुंबई में कैसा मारक और संहारक संघर्ष कर रहे हैं, इस पर थोड़ा रिसर्च किया गया होता तो यह फिल्म स्ट्रगलर्स के जीवन की एक यादगार पटकथा बन सकती थी। सिर्फ टाइमपास बन कर रह गयी। एक बार देख सकते हैं।

निर्माता: रोनी स्क्रूवाला
निर्देशक: केन घोष
कलाकार: शाहिद कपूर, जेनेलिया डिसूजा
संगीत: प्रीतम चक्रवर्ती, अदनान सामी, केन घोष

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