Thursday, November 7, 2013

मिकी वायरस

फिल्म समीक्षा

दिलचस्प और समझदार मिकी वायरस

धीरेन्द्र अस्थाना

फिल्म के शुरुआती पलों में लगा था कि युवा पीढ़ी की कुछ बेतुकी हरकतों पर फोकस करने वाली कोई साधारण सी फिल्म देखने को मिलने वाली है, लेकिन जैसे-जैसे कहानी ने गति पकड़ी फिल्म ने बांधना शुरू कर दिया। और जब फिल्म समाप्त हो गयी तो दिल को बहुत तसल्ली मिली कि एक दिलचस्प, समझदार और आधुनिक फिल्म लंबे समय बाद सिनेमाई अनुभव का हिस्सा बनी। इसे समझने के लिए थोड़ा बहुत कम्प्यूटर की दुनिया का ज्ञान होना अनिवार्य है क्योंकि इसकी मूल कहानी हैकर्स (साइट चुराने वाले) और उनके कारनामों के इर्दगिर्द बुनी गयी है। यह इस बात का भी शानदार उदाहरण है कि नये लेकिन प्रतिभाशाली कलाकारों के साथ एकदम कम बजट की फिल्म बनायी जा सकती है। बशर्ते एक मौलिक किस्म की जेनुइन और जीनियस कहानी आपके पास हो। निर्देशक सौरभ वर्मा ने एक समझदारी वाला कदम यह उठाया कि फिल्म के अंत में कहानी को समझने वाला पासवर्ड डाल दिया। मतलब अपराध की व्याख्या करने वाला एक दृश्य डालकर फिल्म को सभी दर्शकों के लिये बोधगम्य और सरल बना दिया। अगर वह ऐसा नहीं करते तो शायद फिल्म के कॉमन दर्शकों को पूरी फिल्म अजीब सा गोरखधंधा लगती। फिल्म का मेन हीरो नया लड़का मनीष पाल है जो पूरी फिल्म को बेहद सफलता पूर्वक अपने अकेले कंधों पर उठा ले गया है। उसने आज की जेनरेशन के बिंदास, खिलंदड़े, आज में जीने वाले बेफिक्र युवक का किरदार अलमस्त अंदाज में जिया है। यही है मिकी वायरस जो अपने तीन और ऐसे ही युवाओं के साथ जीवन गुजार रहा है। ये चारों कंम्प्यूटर ज्ञान में महारत हासिल किये हुए हैं। दिल्ली शहर में दो विदेशी हैकर्स का खून हो जाता है। इस मर्डर की गुत्थी सुलझाने के लिये एसीपी सिद्धांत मिकी वायरस का चुनाव करता है। तभी मिकी के जीवन में एली एवराम नामक लड़की का प्रवेश होता है और मिकी एली से मोहब्बत करने लगता है। इसी बीच एली गलती से एक कस्टमर का सौ करोड़ रुपया गलत एकाउंट में ट्रांसफर कर देती है। एली मिकी से मदद मांगती है और मिकी उसके बैंक जाकर चुपके से उस पैसे को सही एकाउंट में वापस ले आता है। इसके बाद एली का भी उसी तरह सायनाइड के इंजेक्शन से मर्डर हो जाता है जैसे दो विदेशी हैकर्स का हुआ था। इस मर्डर में मिकी फंसता हुआ नजर आता है जबकि वह खूनी नहीं है। फिर कैसे मिकी बेदाग बच जाता है और असली अपराधी एसीपी सिद्धांत और मिकी के तीन दोस्त निकलते हैं इस रहस्य पर से पर्दा उठा दिया तो फिल्म का मजा ही जाता रहेगा। इसलिये जाइये और एक शानदार-जानदार फिल्म देख आइये। 

निर्देशक:          सौरभ वर्मा 
कलाकार:         मनीष पाल, एली एवराम, वरुण बडोला, मनीष चौधरी, पूजा गुप्ता 
संगीत:              हनीफ शेख


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