फिल्म
समीक्षा
धूम
मचाने आयी ‘धूम 3‘ ****
धीरेन्द्र
अस्थाना
यह आमिर खान की फिल्म है। और
जिस फिल्म में आमिर खान हों वह केवल आमिर खान की ही फिल्म होती है। यूं तो ‘धूम 3‘ में अभिषेक बच्चन, उदय चोपड़ा, कैटरीना कैफ और जैकी श्रॉफ ने
भी बेहतरीन अदाकारी की है मगर सब के सब हाशिए पर चले गये हैं क्योंकि विलेन होने
के बावजूद पूरी फिल्म में आमिर खान ही दर्शकों को अपनी तरफ एकाग्र किए रखते हैं। ‘धूम 3‘ में कैटरीना कैफ अपने सिनेमाई करिअर के
सबसे ग्लैमरस रोल में हैं और जैकी श्रॉफ ने पांच मिनट के अपने रोल में भी दर्शकों
के भीतर तीव्र संवेदना जगाने में सफलता पायी है। जैकी शिकागो में ‘द ग्रेट इंडियन सर्कस‘ चलाते हैं। वह वेस्टर्न बैंक
ऑफ शिकागो के कर्जदार हैं। बैंक उनका कर्ज माफ नहीं करता जिसके चलते वह खुद को
गोली मार कर खत्म कर लेते हैं। उनके दो छोटे बेटे हैं समर और साहिर। ये दोनों
कालांतर में आमिर खान के डबल रोल में आते हैं। लेकिन डबल रोल वाला सीक्रेट इंटरवल
के बाद उजागर होता है। इस बार की ‘धूम‘ बदले की कार्रवाई पर आधारित है लेकिन यह बदला व्यक्ति से नहीं
वेस्टर्न बैंक ऑफ शिकागो से लिया जा रहा है जिसने जैकी श्रॉफ को आत्महत्या करने पर
मजबूर किया था। आमिर खान एक तरफ साहिर वाले किरदार में अपने पिता के सर्कस को फिर
से स्थापित करने के संघर्ष में हैं दूसरी तरफ वह वेस्टर्न बैंक की शाखाओं में एक
एक करके डकैती डाल रहे हैं और बैंक की इमारत तथा फर्नीचर को तबाह भी कर रहे हैं।
आमिर का चरित्र एक सुपर डकैत, अदभुत तकनीशियन और जांबाज
बाईकर का है। बैंक लूटने के बाद वह अपनी बाइक पर बैठ छू मंतर हो जाते हैं। इंटरवल
तक फिल्म को दर्शक सांस रोक कर देखते हैं। लेकिन इंटरवल के बाद निर्देशक की पकड़
फिल्म के ऊपर से क्रमशः छूटने लगती है। फिल्म तीन घंटे लंबी हो गई है। जबकि कई
प्रसंगों को छोटा किया जा सकता था। फिर भी थ्रिलर फिल्मों के इतिहास में ‘धूम 3‘ एक नया अध्याय जोड़ती है। सर्कस के नायाब
और हैरतअंगेज करतब दिखाने के लिए साहिर हमेशा दर्शकों के सामने रहता है जबकि समर
पर्दे के पीछे, गुमनाम। साहिर को पकड़ने के लिए मुंबई
पुलिस का खतरनाक अधिकारी अभिषेक बच्चन और उसका सहयोगी उदय चोपड़ा शिकागो पहुंचते
हैं। उदय चोपड़ा का रोल कॉमिक है जिसे उन्होंने बेहद स्तरीयता और नफासत से अंजाम
दिया है। इन तीनों ने पूरी फिल्म में बाइक चलाने के अपने अंदाज से दर्शकों के
दिलों को छुआ है। आमिर की बाइक तो तकनीकी क्रांति का अदभुत नमूना है। फिल्म के
लगभग अंत में आमिर खान बैंक की चौथी और सबसे बड़ी शाखा में डकैती डालते हैं और उसे
बम से उड़ा देते हैं। अभिषेक बच्चन शिकागो पुलिस के सहयोग से नदी पर बने एक संकरे
पुल पर दोनों आमिर भाइयों को घेरने में सफल हो जाते हैं। इसके बाद क्या, यह फिल्म में जाकर देखें। बैंक तबाह हो कर बंद हो जाता है। आमिर का
बदला पूरा होता है। अनिवार्य रूप से देखने लायक फिल्म।
गीत-संगीत-कथा-पटकथा-एक्शन-डांस-अभिनय-सस्पेंस हर मोर्चे पर साल की सबसे परफेक्ट
फिल्म।
निर्देशक: विजय कृष्ण आचार्य
कलाकार: आमिर खान,
अभिषेक बच्चन, उदय चोपड़ा, कैटरीना कैफ, जैकी श्रॉफ
संगीत: प्रीतम चक्रवर्ती
*बेकार **साधारण ***अच्छी ****बहुत अच्छी *****अद्वितीय
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