फिल्म समीक्षा
मेहनत और प्रतिभा का विस्फोट ‘क्रिश-3‘
धीरेन्द्र अस्थाना
पहले ‘कोई मिल गया‘ फिर ‘कृष‘ और अब ‘क्रिश-3‘। फिल्म के अंत में जिस तरह कृष्णा (रितिक
रोशन) को अस्पताल की नर्स यह सूचना देती है कि ‘बधाई हो बेटा हुआ है‘ उसे सुनते ही दर्शक लयबद्ध स्वर में चिल्ला उठे-क्रिश-4 भी बनेगी और इसमें हर्ज भी क्या है। क्रिश एक विचार है और शानदार
फिल्म है। बुराई पर अच्छाई की विजय एक सनातन और शास्वत विचार है जो रामायण और
महाभारत से निकलकर आधुनिक साहित्य और सिनेमा तक में उपस्थित है। इस विचार को लेखक
और फिल्मकार अपने-अपने ढंग और शैली से दिखाते आ रहे हैं। इसलिये कोई गलत नहीं कि
निर्माता निर्देशक राकेश रोशन क्रिश के विचार को ही नये-नये आयामों में पेशकर ‘क्रिश‘ के ही सीक्वेल बनाते रहें पहले ही बता दें
कि ‘क्रिश-3‘ मेहनत प्रतिभा और जुनून का एक
महाविस्फोट है जो बड़े पर्दे पर मात्र ढाई घंटे में घटित हुआ है। हिंदी सिनेमा के
दर्शकों में संभवतः पहली बार किसी हिंदी फिल्म में इतने खतरनाक और डरावने एक्शन
दृश्य देखे होंगे जिनसे ‘क्रिश-3‘ भरी पड़ी है। अगर कहें कि ‘क्रिश-3‘ हिंदी सिनेमा में अब तक की सबसे जानदार और शानदार एक्शन फिल्म है तो
गलत नहीं होगा। यकीनन राकेश रोशन ने फिल्म को अपनी मेहनत, ज्ञान और एक्टरों से उनका बेस्ट निकलवाने की अपनी क्षमता से हिंदी
सिनेमा को एक आलादर्जे की तकनीक और अभिनय से लैस फिल्म सौंपने का काम किया है। सवाल
यह नहीं कि भारतीय दर्शक ‘जुरासिक पार्क‘, ‘मैन ऑफ स्टील‘, ‘पैसिस्फिक रिम अवतार‘, ‘हल्क‘ और ‘2012‘
जैसी तकनीक से
लवरेज विदेशी फिल्में देख चुके हैं। सवाल यह है कि भारतीय दर्शकों को पहली बार
किसी भारतीय निर्देशक ने सुपर हीरो वाली पहली भारतीय फिल्म का उपहार दिया है। इस
फिल्म में रितिक रोशन ने तीन किरदारों को जिया है और तीनों में कमाल कर दिया है।
कंगना रानावत ब्रह्मांड के शैतान काल (विवेक ओबेराय की पैदाइश हैं) लेकिन फिल्मके
इस दृश्य में जब इस खलनायिका को रितिक का चुंबन मिलता है तो उसके भीतर अच्छाई और
संवेदना का अहसास जाग जाता है। वह दिल से क्रिश की हो जाती है। कंगना और रितिक का
एक लव सांग भी इस फिल्म में है जो मनभावन और दर्शनीय है। इस गीत में निर्देशक ने
कंगना की खूबसूरत देह यस्टि को शालीनता से पेश किया है। यह कहना शायद गलत नहीं
होगा कि ‘क्रिश-3‘
में रितिक रोशन, प्रियंका चोपड़ा, विवेक ओबरॉय और कंगना रानावत
ने अपने अब तक के सिनेमाई करिअर का करिश्मा कर दिया है। फिल्म के संवाद सटीक और
तथ्य को गति देने वाले हैं। विज्ञान और तकनीक का कमाल पसंद करने वाले दर्शकों के
लिये तो यह अद्वितीय फिल्म है ही उन दर्शकों के लिये भी उपयोगी है जो एक्शन
फिल्में पसंद करते हैं। फिल्म में इमोशन और एक्सप्रेशन को पर्याप्त स्पेश दिया गया
है। अवश्य देखें क्योंकि ऐसी फिल्में कभी-कभी बनती हैं।
निर्देशक: राकेश रोशन
कलाकार: रितिक रोशन, प्रियंका
चोपड़ा, कंगना रानावत, विवेक ओबरॉय
संगीत: राजेश रोशन
सवांद: संजय मासूम
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