फिल्म समीक्षा
बड़ा एंटरटेनर है बेशरम
धीरेन्द्र अस्थाना
सबसे पहले बता दें कि रणबीर कपूर की इस
फिल्म से बहुत बड़ी उम्मीदें मत लगा लेना। बॉलीवुड में जिस तरह की मसाला और
एंटरटेनर फिल्में बनती हैं ठीक वैसी ही है ‘बेशरम‘। देखो, हंसो, मजे लो और फिर भूल जाओ। भाषा, संवाद और संस्कृति के स्तर पर फिल्म हरियाणवी स्पर्श लिये हुए है।
लोकेल दिल्ली और चंडीगढ़ का है लेकिन कई गानों और दृश्यों में पता चलता रहता है कि
यह मुंबई की फिल्मसिटी में लगा हुआ सेट है। दूसरी बात यह कि ‘बेशरम‘ रणबीर कपूर की सबसे कमजोर फिल्म है। कहानी
के मामले में रणबीर को सतर्क रहना होगा। ‘सांवरिया‘ से लेकर ‘ये जवानी है दीवानी‘ तक वह साबित कर चुके हैं कि उनके भीतर एक बड़ा और संवदेनशील एक्टर
रहता है। ‘बर्फी‘ से तो वह पूरे संसार का दिल
जीत चुके हैं। तो फिर ऐसी चालू फिल्म क्यों जो कहीं नहीं पहुंचाती। हां, इतना जरूर है कि ‘बेशरम‘ दर्शकों का फुल मनोरंजन करती है। इसमें रणबीर की चिरपरिचित दिलकश
मस्ती भी है, रोमांस भी है, कॉमेडी भी है और चटपटे संवाद भी हैं। और हां, पंद्रह-बीस हथियार बंद लोगों को अकेले और निहत्थे ही निपटा देने वाली
दबंग मारामारी भी। इस लिहाज से यह एक वही बारह मसालों वाली चाट है जिस पर
मुख्यधारा सिनेमा के निर्देशक पूरा भरोसा करते हैं। फिल्म से जुड़े लोग खुश हो
सकते हैं कि रिलीज के पहले दिन ‘बेशरम‘ के सभी शो हाउसफुल रहे। फिल्म की एक विशेषता यह भी है कि इसमें मां
नीतू सिंह, पिता ऋषी कपूर और बेटा रणबीर कपूर पहली पर
एक साथ अभिनय कर रहे हैं। मां और पिता पुलिस वाले हैं और बेटा कार चुराने वाला
नामी चोर। फिल्म में एक एक्टर और है जिसने बहुत ऊंचे दर्ज की खलनायकी की है। यह
हैं जावेद जाफरी जो फिल्म की सफलता के एक मजबूत खंभे बने हैं। हीरोईन पल्लवी शारदा
का काम अच्छा है लेकिन वह रणबीर के सामने थोड़ी सी बड़ी लगती हैं। कार चुराते
चुराते रणबीर पल्लवी शारदा द्वारा चुरा लिये जाते हैं। इसके बाद वह जल्दबाजी में
पल्लवी की ही कार चुरा कर चंडीगढ़ के डॉन जावेद जाफरी को बेच देते हैं। गलती का
अहसास होने पर वह पल्लवी के साथ चंडीगढ़ जाते हैं जहां उनका टकराव डॉन और उसके
गुंडों से होता है। वह डॉन के गैंग का सफाया कर देते हैं। नखरेबाज पल्लवी टपोरी
रणबीर से पट जाती है और निःसंतान पुलिस दंपति ऋषी-नीतू रणबीर को अपना बेटा बना कर
गोद ले लेते हैं। लो हो गया सुखांत। ढाई घंटे की मजेदार फिल्म टाइमपास के लिए देख
लें।
निर्देशक: अभिनव कश्यप
कलाकार: रणबीर कपूर, पल्लवी शारदा, ऋषी कपूर, नीतू सिंह, जावेद जाफरी
संगीत: इश्क बेक्टर, श्रीडी, ललित पंडित
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