फिल्म समीक्षा
मनोरंजन का जगमग कोलाज ‘फुकरे‘
धीरेन्द्र अस्थाना
निर्देशक मृगदीप सिंह लाम्बा की फिल्म
‘फुकरे‘
यह साबित करती है कि
अगर निर्देशक का विजन स्पष्ट हो, वह अपने दर्शकों को पहचानता हो तो नये लोगों के साथ भी एक साफ
सुथरी और मनोरंजक फिल्म बनायी जा सकती है। ‘फुकरे‘ युवाओं द्वारा युवाओं के लिए युवाओं
पर बनी फिल्म है। फिल्म में जब तक भोली पंजाबन के जानदार किरदार के रूप में ऋचा चड्ढा
का प्रवेश नहीं होता तब तक फिल्म किसी एक कहानी की सीध में नहीं चलती। इंटरवल तक फिल्म
कई उपकथाओं के जरिये मनोरंजन का कोलाज जैसा बनाती है और उसी के फ्रेमवर्क में विभिन्न
चरित्रों को परिभाषित और स्थापित करती चलती है। मुख्यतः यह तीन दोस्तों पुलकित सम्राट,
मनजोत सिंह और वरुण
शर्मा की कहानी है जिसमें एक घटनाक्रम के चलते अली फजल, विशाखा सिंह और प्रिया आनंद भी आ
मिलते हैं। फिर सपने में देखे गए एक नंबर के आधार पर लॉटरी में इन्वेस्टमेंट करने के
लिए जैसे ही भोली पंजाबन जैसे धांसू चरित्र का आगमन होता है, फिल्म को एक प्रमुख कहानी
और गति मिल जाती है। वरुण को सपने में कुछ दिखता है जिसके आधार पर पुलकित एक लॉटरी
का नाम और उस पर लगने वाले नंबर का गणित बिठाता है। तीनों दोस्तों को कालेज में एडमीशन
के लिये और अली को अपनी म्यूजिक एलबम बनाने के लिये ज्यादा बड़ी रकम (लाखों में) चाहिए।
वे सब भोली पंजाबन के पास जाते हैं जो रकम लगाने को तैयार हो जाती है लेकिन दुखद यह
है कि वरुण को उस रात नींद नहीं आती है और वह झूठा सपना गढ़ देता है। इसके आधार पर जो
लॉटरी लगायी जाती है वह नहीं लगती और भोली पंजाबन के चार लाख चालीस हजार रूपये डूब
जाते हैं। भोली सबको बंधक बना लेती है और इन्हें शहर की रेव पार्टी में नशे की गोलियां
बेचने के लिए भेजती है। इस मोड़ पर आकर कहानी यू टर्न लेती है और कॉमेडी का चोला उतार
कर थ्रिल और इमोशन की पटरी पर उतर जाती है। इसके बाद की फिल्म स्वयं देखिये,
मजा आएगा। बिंदास माफिया
डॉन और ड्रग की सौदागर के रूप में ऋचा चड्ढा ने कयामत ढा दी है। नए एक्टर वरुण शर्मा
के रूप में कॉमेडी को एक फ्रेश चेहरा मिल गया है। दर्शकों को हंसाने का मुख्य दायित्व
उन्हीं ने उठाया है। पुलकित सम्राट भी प्रभावित करते हैं लेकिन हर समय मनहूस चेहरा
बनाए रख कर अली फजल फिजूल लगते हैं। हल्की फुल्की टाइम पास फिल्म है जो निराश नहीं
करेगी।
निर्देशक: मृगदीप
सिंह लांबा
कलाकार: पुलकित सम्राट, मनजोत सिंह, अली फजल, वरुण शर्मा, ऋचा चड्ढा, विशाखा सिंह, प्रिया आनंद
संगीत: राम
संपत
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