फिल्म समीक्षा
तकदीर की सड़क पर ‘मिलेंगे-मिलेंगे‘
धीरेन्द्र अस्थाना
इस फिल्म को देख कर सबसे पहला ख्याल यह आता है कि तकदीर ने करीना और शाहिद कपूर के बीच अलगाव क्यों पैदा किया होगा? इन दोनों की आॅन स्क्रीन जोड़ी भली लगती है और आॅन स्क्रीन केमिस्ट्री में कशिश है। सहारा वन मोशन पिक्चर्स द्वारा प्रस्तुत बोनी कपूर की फिल्म ‘मिलेंगे-मिलेंगे‘ पहले बननी शुरू हुई थी लेकिन इसी जोड़ी की ‘जब वी मेट‘ इससे लगभग तीन साल पहले रिलीज हो गयी थी। ‘जब वी मेट‘ का जादू आज भी बरकार है। बोनी कपूर की फिल्म लंबे इंतजार के बाद अब जाकर रिलीज हुई है जब शाहिद-करीना के बीच जबर्दस्त अनबन और अबोला है। बोनी की फिल्म को एक पंक्ति में परिभाषित करना हो तो कह सकते हैं - रोचक, मनोरंजक, इमोशनल लव स्टोरी है जो तकदीर की सड़क पर अपनी यात्रा शुरू करती है और तकदीर में ही अपनी परिणति ढूंढती है। फिल्म किरण खेर की इस भविष्य वाणी से आरंभ होती है कि करीना कपूर को उसका लाइफ पार्टनर सात दिन बाद किसी विदेशी समुद्र के किनारे सात रंग के कपड़े पहने हुए मिलेगा। जबकि करीना दिल्ली में रहती है। यह लाइफ पार्टनर शाहिद कपूर है जो स्वयं भी दिल्ली में ही रहता है। यहां से शुरू होता है तकदीर का खेल। बैंकाक के समुद्र तट पर सुबह सात बजे सात तारीख को सात रंग के कपड़ों में करीना को शाहिद कपूर मिलता है। दोनों मिलते हैं लेकिन दो ही दिन में यह राज खुल जाता है कि जिसे करीना ‘डेस्टिनी‘ समझ रही है वह शाहिद की ‘प्लानिंग‘ है। करीना गुस्सा हो कर शाहिद को ठुकरा देती है। दोनों अपने अपने रास्ते चल पड़ते हैं। लेकिन तकदीर को यह अलगाव मंजूर नहीं है। तीन साल बाद इन दोनों को भाग्य फिर मिला देता है। कैसे, यही इस फिल्म की कथा भी है और उत्सुकता भी। सतीश कौशिक का निर्देशन कसा हुआ है। वह दर्शकों को बांध कर रखने में सफल हुए हैं। बीच-बीच में हास्य के जबर्दस्त क्षण आते रहते हैं जिनका दर्शक खुल कर मजा लेते हैं। यह करीना के जीरो साइज फिगर से पहले की फिल्म है जिसमें करीना ज्यादा आकर्षक लगी हैं। फिल्म का संगीत हिमेश रेशमिया ने दिया है जो बेहद दिलकश है। उनकी आवाज का एक गीत ‘कुछ तो बाकी है‘ दिल को स्पर्श करता है। एक सीधी सादी संवेदनशील प्रेम कहानी है जिसे प्रभावशाली संगीत और हल्के फुल्के हास्य से सजाया गया है।
निर्माता: बोनी कपूर
निर्देशक: सतीश कौशिक
कलाकार: शाहिद कपूर, करीना कपूर, आरती छाबरिया, सतीश शाह, सतीश कौशिक, किरण खेर
संगीत: हिमेश रेशमिया
Saturday, July 10, 2010
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