फिल्म समीक्षा
रिश्तों के नये समय में ‘आई मी और मैं‘
धीरेन्द्र अस्थाना
यह रिश्तों का एक नया समय है - लंपट, प्रतिबद्धता से खाली, अराजक और जिम्मेदारियों से मुक्त। इस आवारा समय में प्यार को खोजना, रिश्तों की गर्माहट में वापस लौटना और मूल्यों को फिर से परिभाषित और स्थापित करना, यही इस फिल्म का बुनियादी स्वर है जिसे निर्देशक कपिल शर्मा ने कायदे से मुखर किया है। बीच बीच में जॉन अब्राहम ऐसी फिल्में करते रहते हैं जो यह जताती हैं कि जॉन केवल एक्शन हीरो नहीं हैं बल्कि वह संवेदनशील अभिनेता भी हैं। उनकी नयी फिल्म ‘आई मी और मै‘ ऐसी ही फिल्म है जो रिलेशनशिप के बीच सार्थकता और संवेदना की तलाश करना चाहती है। करियर बनाने की होड़, गलाकाट प्रतियोगिता और खुद को साबित करने के इस खतरनाक और मारक समय में इतना अवकाश ही कहां है कि एक दो पल ठिठक कर उस रिश्ते के बारे में सोचा जाए जो बीच राह में पता नहीं कहां पीछे छूट गया। मैं मैं और मैं के स्वार्थी शोर में दूसरे के विनम्र स्वीकार की सहज और सुरुचिपूर्ण समझ ही विकसित नहीं हुई है। नतीजा यह कि चारों तरफ एक कठोर एकालाप है जिसकी चोट से मर्म चटख रहे हैं और संबंधों में दरारें पड़ रही हैं। यह एक बेहद नाजुक विषय है जिसे निर्देशक ने जॉन अब्राहम, चित्रांगदा सिंह और प्राची देसाई के त्रिकोण के माध्यम से बुनने का प्रयत्न किया है। इस प्रयत्न में वह सफल भी हुए हैं लेकिन नहीं मालूम कि मारधाड़ और कॉमेडी की मुख्य धारा वाले इस समय में यह फिल्म कितने दर्शक स्वीकार कर पायेंगे। जॉन अब्राहम एक प्रमुख म्यूजिक कंपनी में प्रोड्यूसर है। वह चित्रांगदा सिंह के साथ उसी के फ्लैट में ‘लिव इन रिलेशन शिप‘ में रहता है। रिश्तों में खटास आनी शुरू होती है क्योंकि जॉन बेहद आत्मकेंद्रित और आत्ममुग्ध है। चित्रांगदा उसे अपने फ्लैट से निकाल देती है। किराये के नये घर में बतौर पड़ोसन जॉन की जिंदगी में एक चुलबुली लड़की प्राची देसाई का प्रवेश होता है। उधर जॉन का अपनी कंपनी में नयी क्रिएटिव डायरेक्टर के साथ टकराव और तनाव बढ़ रहा है इधर प्राची देसाई पड़ोसन से कुछ ज्यादा हो गयी है। जॉन कंपनी छोड़ देता है और प्राची उसे लेकर पेरिस बस जाना चाहती है। इस बीच पता चलता है कि चित्रांगदा सिंह प्रेग्नेंट है। जॉन अपनी मां की सलाह मान कर चित्रांगदा के पास लौटता है। पर अब चित्रांगदा शादी नहीं करना चाहती। दोनों के बीच समझ बनती है कि दोनों बारी बारी से बेबी गर्ल का पालन पोषण करेंगे। यही है रिश्तों का नया समय। तीनों प्रमुख कलाकारों ने उम्दा काम किया है। फिल्म का ‘दरारें‘ वाला गीत कर्णप्रिय है।
निर्देशक: कपिल शर्मा
कलाकार: जॉन अब्राहम, चित्रांगदा सिंह, प्राची देसाई, जरीना वहाब, मिनी माथुर, राईमा सेन
संगीत: सचिन, जिगर, फलक, राघव, गौरव
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